131 |
ED, Gurugram has arrested 02 persons, namely Ms. Aparna Puri and Rahul Sood, both the Directors and key managerial persons of M/s Amira Pure Foods Pvt. Ltd. (APFPL) on 08.10.2024 under the provisions of the PMLA, 2002 in a Rs. 1200 Crore bank loan fraud case. They were produced before the Hon’ble Special Court (PMLA), Rouse Avenue, Delhi and the Hon’ble Court has granted ED custody till 11.10.2024. |
10/Oct/2024 |
128.5 KB
|
132 |
ED, Srinagar has provisionally attached six immovable properties worth Rs. 3.40 Crore (approx.) belonging to Ishtiyaq Ahmad Parray, a resident of Tangbagh, Khayam, Srinagar; Tariq Ali Parray, Mrs. Haseena Bano and Maqsood Ali Parray situated at Srinagar and its nearby places and a flat at Zakir Nagar, New Delhi under the provisions of PMLA, 2002 in Jammu & Kashmir Grameen Bank (JKGB) fraud case. |
10/Oct/2024 |
30.39 KB
|
133 |
ED, Hyderabad Zonal Office vide Adjudication Order dated 07/10/2024 against M/s. PC Financial Services Pvt. Ltd (PCFS), a subsidiary of M/s. Opera Group, Norway have seized properties worth Rs. 252.36 Crore (approx.) in terms of Section 37A of FEMA, 1999 have been ordered for confiscation, in addition to imposing penalty totaling to Rs. 2146.48 Crore (approx.) under the provisions of the FEMA, 1999. |
10/Oct/2024 |
134.9 KB
|
134 |
ED, Raipur has filed a Prosecution Complaint (PC) before the Hon’ble Special Court (PMLA), Raipur, Chhattisgarh on 28.06.2024 under the provisions of PMLA, 2002 in the case of Custom Rice Milling Scam against Manoj Soni, ITS officer and the then Managing Director of Chhattisgarh State Cooperative Marketing Federation (MARKFED) and Roshan Chandrakar, Treasurer of Chhattisgarh State Rice miller association. The Hon’ble Special Court has taken cognizance of the PC on 05.10.2024. |
10/Oct/2024 |
299.76 KB
|
135 |
ED, Mumbai Zonal Office has provisionally attached immovable assets valued at Rs. 1002.79 Crore (approx.) on 09.10.2024 in the form of land and buildings situated in Mumbai, Aurangabad, Beed and Jalna districts of Maharashtra in the case of M/s. Dnyanradha Multistate Co-operative Credit Society Ltd (DMCSL), Suresh Kute & others under the provisions of PMLA, 2002. Total seizure/freezing and attachments in this case till date stands at Rs. 1097.87 Crore (approx.). |
10/Oct/2024 |
191.17 KB
|
136 |
ED, Gurugram has conducted search operations in the case of Vatika Limited under the provisions of the PMLA, 2002 on 07.10.2024 at 15 premises located in the cities of New Delhi and Gurgaon. During the search operations, various incriminating documents and digital devices have been seized. |
10/Oct/2024 |
198.24 KB
|
137 |
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), पटना ने अरुण यादव (संदेश निर्वाचन क्षेत्र से 2015-2019 तक पूर्व विधायक) और उनके परिवार के सदस्यों, जिनमें किरण देवी (पत्नी) (संदेश निर्वाचन क्षेत्र से 2019 से अब तक विधायक), राजेश कुमार, दीपू सिंह (दोनों अरुण यादव के बेटे) और मेसर्स किरण दुर्गा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी) शामिल हैं, की 19.32 करोड़ रुपये (लगभग) की 46 अचल संपत्तियों और बैंक खातों में 2.05 करोड़ रुपये (लगभग) की उपलब्ध शेष राशि को अनंतिम रूप से कुर्क किया है। यह कार्रवाई अरुण यादव और अन्य के खिलाफ धन-शोधन के मामले में पीएमएलए, 2002 के तहत की गई है। अचल संपत्तियां भोजपुर जिले के अगियांव गांव और पटना (बिहार) के पॉश इलाकों में स्थित हैं। |
09/Oct/2024 |
235.72 KB
|
138 |
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लखनऊ जोनल कार्यालय ने 13.09.2024 को कल्पतरु ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ के खिलाफ़ धन-शोधन के मामले में धन-शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत बिपिन सिंह यादव और 29 अन्य व्यक्तियों और कल्पतरु ग्रुप की 20 कंपनियों सहित संस्थाओं के विरुद्ध माननीय विशेष न्यायालय (पीएमएलए), गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश के समक्ष अभियोजन शिकायत (पीसी) दायर की है। माननीय विशेष न्यायालय ने 03.10.2024 को पीसी का संज्ञान लिया है। |
09/Oct/2024 |
421.71 KB
|
139 |
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), चंडीगढ़ ने अवैध खनन की गतिविधि के संबंध में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत मेसर्स तिरुपति रोडवेज और अन्य से संबंधित और श्रीमती रवनीत सभरवाल पत्नी गुरप्रीत सिंह सभरवाल (मेसर्स तिरुपति रोडवेज की एकमात्र मालिक) से संबंधित 1.62 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियों को अनंतिम रूप से कुर्क किया है। |
09/Oct/2024 |
278.23 KB
|
140 |
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), बेंगलुरु ने कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि एसटी विकास निगम घोटाले के संबंध में बैंगलोर में सांसदों और विधायकों के लिए माननीय विशेष न्यायालय के समक्ष अभियोजन शिकायत (पीसी) दायर की है और माननीय न्यायालय ने पीसी का संज्ञान लिया है। विधायक और अनुसूचित जनजाति मामलों के पूर्व मंत्री बी. नागेंद्र को घोटाले के पीछे मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड के रूप में नामित किया गया है, कथित तौर पर सत्यनारायण वर्मा, एताकारी सत्यनारायण, जे.जी. पद्मनाभ, नागेश्वर राव, नेक्केंटी नागराज और विजय कुमार गौड़ा जैसे प्रमुख सहयोगियों सहित 24 अन्य लोगों की मदद से इसे अंजाम दिया। |
09/Oct/2024 |
340.22 KB
|